जिससे कोरोना में विजय मिल सके
सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन म प्र ने देश एवं प्रदेश में कोरोनावायरस महामारी की रोकथाम के लिए नौकरशाहों द्वारा अपनी मर्जी से की जा रही लॉकडाउन की प्रक्रिया को वर्तमान परिपेक्ष में अवैज्ञानिक एवं अनावश्यक बताया।
सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ सुनील अग्रवाल ने एक वीडियो जारी कर सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन की ओर से देश के प्रधानमंत्री एवं सभी मुख्यमंत्रियों को सुझाव दिया कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में 14 साल से कम एवं 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों और अन्य बीमारियों से ग्रसित जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी, किडनी की बीमारी, फेफड़ों की बीमारी, कैंसर रोग, गर्भवती महिलाएं एवं कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को ही सिर्फ सख्ती से घरों में लॉकडाउन या आइसोलेशन में रखा जाना चाहिए बाकी सभी 14 साल से 60 साल के स्वस्थ व्यक्तियों को अपने दैनिक सामाजिक एवं व्यापारिक कार्य सोशल दूरी बनाए रखते हुए सतत जारी रखने चाहिए जिससे कि घर परिवार समाज एवं देश की अर्थव्यवस्था पर कोई भी प्रतिकूल प्रभाव ना पड़े।
14 साल से 60 साल के स्वस्थ व्यक्तियों को अगर किसी भी कारणवश अपने निरंतर काम करने से किसी भी प्रकार का कोरोनावायरस संक्रमण अगर होगा भी तो वह अपनी अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता के आधार पर उससे लड़ने में सक्षम होंगे और उनमें लक्षण भी कम गंभीर आएंगे।
उन्होने मुख्यमंत्री से मांग की कि सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन को अपनी सलाहकार समिति प्रमुख रूप में शामिल करें जिससे कि उन्हें अच्छे सुझाव प्राप्त हों और करोना पर विजय प्राप्त कर सकें।