वसीम रिजवी ने डासना देवी मंदिर में यति नरसिंहानंद की मौजूदगी में सारे विधि विधान से सनातन धर्म अपनाया। वसीम रिजवी का कहना था क्यों ने कट्टरपंथियों द्वारा धमकी दी जा रही थी और उन्हें इस्लाम से बहुत पहले ही निकाल दिया गया था इसीलिए उन्होंने सनातन धर्म को अपनाया है।
वसीम रिजवी सिया को बोर्ड के पूर्व चेयरमैन है कुछ महीने पहले उन्होंने कुरान को लेकर कुछ विवादित बात कही थी जिस पर उनका कहना था कि उसके बाद उन्हें धमकियां मिलना शुरू हो गई थी। इसीलिए उन्होंने सनातन धर्म को अपनाया।
इस पर इस्लामिक गुरुओं ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है यह उनका व्यक्तिगत मत है कि वह कहां जाना चाहते हैं इसके लिए भी पूर्ण स्वतंत्र है। उन्हें रोका नहीं जा सकता अगर वह सनातन को बनाना चाहे तो अपना लें इस्लाम से इसका कुछ लेना-देना नहीं।