अयोध्या:
अयोध्या में राम जन्मभूमि निर्माण (Ram Mandir) के लिए भूमि पूजन से दो दिन पहले से ही धार्मिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं. अयोध्या (Ayodhya) में हर जगह बैरीकेड लगा दिए गए हैं. 5 अगस्त को भूमि पूजन है. अयोध्या में राम की पौड़ी को रोशनी से सजा दिया गया है और चाक चौबंद सुरक्षा के बीच यहां कई तरह के कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं. इसी कड़ी में आज यहां राम अर्चना का कार्यक्रम होगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने अपील की है कि अयोध्या में बुधवार को होने वाले भूमि-पूजन समारोह में सिर्फ वही लोग आएं, जिन्हें आमंत्रित किया गया है.
ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं से कहा है कि कोविड-19 से जुड़ी पाबंदियों को ध्यान में रखते हुए वे अयोध्या के बाहर ही ‘‘भजन-कीर्तन’ का आयोजन करें. भूमि पूजन में आमंत्रित अतिथियों में इकबाल अंसारी भी शामिल हैं. वह मंदिर-मस्जिद विवाद मामले में पक्षकार थे.69 वर्षीय अंसारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैं इसमें पक्का हिस्सा लूंगा. न्यायालय के फैसले के बाद अब विवाद खत्म हो गया है.”
अंसारी के पिता हाशीम अंसारी इस मामले में सबसे पुराने पक्षकार थे, जिनकी 2016 में मृत्यु हो गई. उनके बाद बेटे ने इस मुकदमे को अदालत में जारी रखा. उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि अयोध्या के एक सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद शरीफ को भी कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया गया है लेकिन वह बड़ी उम्र और बीमारी के कारण इसमें शामिल नहीं हो पाएंगे.कार्यक्रम के दौरान मंच पर सिर्फ पांच लोग होंगे…. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, ट्रस्ट के प्रमुख महंत नृत्य गोपालदास महाराज, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ.
वामपंथी दलों ने कार्यक्रम का विरोध करते हुए कहा है कि केन्द्र और राज्य सरकार के तत्वाधान में भूमि पूजन का आयोजन उच्चतम न्यायालय के आदेश के विरूद्ध है जिसने इसके लिए ट्रस्ट के गठन का आदेश दिया था. भाकपा और माकपा ने अलग-अलग बयान जारी कर कहा कि फैसला सुनाते हुए उच्चतम न्यायालय ने 1992 में बाबरी मस्जिद गिराए जाने की घटना की निंदा की थी.कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भूमि पूजन के लिए घोषित पांच अगस्त की तिथि को अशुभ मुहुर्त बताते हुए सोमवार को फिर से प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया कि वह इस कार्यक्रम को स्थगित कर दें और चतुर्मास खत्म होने के बाद इसे करें.
दिग्विजय सिंह द्वारा पांच अगस्त को भूमि पूजन के लिए अशुभ मुहुर्त बताने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि ‘अरे कांग्रेसियों, राम का नाम लेने से ही समय शुभ हो जाता है.’ पिछले नौ दिनों से भोपाल स्थित चिरायु मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमण का अपना इलाज करवा रहे चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस के नेता, जिन्होंने श्रीराम के अस्तित्व को ही नकार दिया, आज राम मंदिर के निर्माण के शुभ-अशुभ समय का निर्धारण करने में लगे हैं. अरे कांग्रेसियों, राम का नाम लेने से ही समय शुभ हो जाता है
गौरतलब है कि चौहान कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण अस्पताल में भर्ती हैं.वहीं योगी आदित्यनाथ ने इस आयोजन को ‘ऐतिहासिक’ बताया.उन्होंने बताया, ‘‘यह ना सिर्फ ऐतिहासिक है बल्कि भावनात्मक पल भी है क्योंकि 500 साल के बाद राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू हो रहा है. यह नये भारत की नींव होगा.”कार्यक्रम का दूरदर्शन पर साीधा प्रसारण होगा.